tag:blogger.com,1999:blog-761147824630124209.post1950801369969607105..comments2023-09-27T04:35:39.057-07:00Comments on अ-शब्द: नारी मुक्ति या देह मुक्तिAkhileshwar Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/10881251799462130074noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-761147824630124209.post-27686376368076396342009-03-06T08:09:00.000-08:002009-03-06T08:09:00.000-08:00स्त्री मुक्ति का सवाल बेहद व्यापक है।देह उसका एक ह...स्त्री मुक्ति का सवाल बेहद व्यापक है।<BR/><BR/>देह उसका एक हिस्सा है पर न तो उत्स ना ही अन्त्। एक तरफ़ देहवादी विमर्श उसे जीन्स बनाने पर तुला है तो दूसरी तरफ़ धर्म सँस्कृति के नाम पर उसे फिर से चूल्हे चौके और बिस्तर तक क़ैद करने की साजिश ज़ारी है। धर्म और बाज़ार दोनो स्त्री के शत्रु हैं ।<BR/><BR/>रास्ता कोई और है।Ashok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.com