अ-शब्द
शनिवार, 1 जनवरी 2011
नया साल मुबारक
नया वर्ष सभी को शुभ हो।
दुष्यंत कुमार की कुछ पंक्तियाँ खास आपके लिए-
मरना लगा
रहेगा यहाँ जी लीजिये,
ऐसा भी क्या परहेज, जरा सी पी लीजिये।
ये रोशनी का
दर्द,
ये सिहरन, ये आरजू,
ये चीज
जिन्दगी
में नहीं थी तो लीजिये।
2 टिप्पणियां:
खबरों की दुनियाँ
15 जनवरी 2011 को 10:34 am बजे
नववर्ष की शुभकामनाएं ।
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Akhileshwar Pandey
16 जनवरी 2011 को 2:27 am बजे
आपको भी बहुत-बहुत मुबारक.
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नववर्ष की शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंआपको भी बहुत-बहुत मुबारक.
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