जिसका कद जितना ही बड़ा उसकी बात भी उतनी ही बड़ी. यानि, बड़े लोगों की बड़ी बातें. या यूं कहिये कि ‘बोल बच्चन.’ यह बोल बच्चन जितना ही रोचक, उतना ही मजेदार. पेश है पिछले 24 घंटे के बोल बच्चन की झलकियां :
हरफनमौला क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग की सुनिये ‘विश्वकप अकेले धौनी के खेलने से हासिल नहीं हुआ, इसमें पूरी टीम का योगदान है.’ अब भला इस हरियाणवी छोरे से कोई यह पूछे कि यह भी कोई कहने व बताने की बात है. यह तो सब जाने हैं.
बांग्लादेश की चर्चित लेखिका तसलीमा नसरीन की खुशी थोड़ी प्राइवेट किस्म की है ट्विट किया ‘अभी-अभी एक उपन्यास खत्म किया है. ऐसा महसूस हो रहा है, जैसा जी-स्पॉट आर्गेज्म हासिल करने पर होता है.’
क्रिकेटर रोहित शर्मा ने कहा ‘मैं टीम इंडिया में वापसी के बारे में नहीं सोच रहा.’ लो कर लो बात आपको लेने की सोच कौन रहा है?
ममता बनर्जी का ताजा बयान ‘देश में कायर और कमजोर नेताओं की बाढ आ गयी है.’ इस बयान का मकसद और मतलब तो दीदी ही जानें पर है यह बात सोलह आना सच. वैसे दीदी बोलती खरी-खरी हैं. चाहे वह अपने पार्टी के नेताओं के खिलाफ हो या फिर केंद्र सरकार के. हालांकि एक मुद्दे पर उनके बोलने का इंतजार पूरे देश की जनता कर रही है. वह मुद्दा है राष्ट्रपति चुनाव. लोग यह जानने को बेताब हैं कि आखिर दीदी की ममता किस पर बरसेगी. एक तरफ प्रणब मुखर्जी खेमा दिनरात एक किये हुए है तो दूसरी तरफ पीए संगमा को दीदी पर पूरा भरोसा है. पर पब्लिक पसोपेस में है. उसे समझ में नहीं आ रहा दीदी क्या करने वाली हैं. उड़ते-उड़ते तो खबर यह भी आ रही है कि राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार मन माफिक तय करवाने में नाकाम रही ममता इस जुगाड़ में हैं कि मुलायम के साथ मिल कर उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार अपनी पसंद का खड़ा करवा सकें.
उधर, प्रणब दा को कांग्रेस की तरफ से राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाये जाने को मजाक बताते हुए भाजपा ने कहा ‘प्रणब को राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बना कर कांग्रेस ने उन्हें कोई इनाम नहीं दिया है बल्कि उनसे मुक्ति पा ली है. प्रणब वित्तीय प्रबंधन के मामले में पार्टी पर बोझ बन गये थे.’
लालू यादव ने भाजपा-जदयू गठबंधन पर चुटकी ली ‘घबराओ मत, मौका मिलेगा, डाइवोर्स होने ही वाला है.’ जदयू भी कहां चुप रहनेवाला था. आगामी चुनाव में राजद की तरफ से 50 प्रतिशत टिकट युवाओं को देने के लालू प्रसाद के बयान पर पलटवार किया ‘पुत्रमोह में युवाओं की बात कर रहे हैं लालू.’
और बिग बी यानि अमिताभ बच्चन की सुनिये ‘हम मिसाइल लांच करने में तो कामयाब हो जाते हैं पर एक बच्ची को बोरवेल से निकालने में नाकामयाब.’ सच्ची बात है मिस्टर बच्चन पर मशीन और इंसान में अंतर तो आपको मालूम ही होगा.
और अंत में मार्क ट्वेन के बोल बच्चन ‘अगर आप भूख से मरते एक कुते को उठा लाइये और उसका पालन-पोषण कीजिये तो वह आपको नहीं काटेगा. आदमी और कुत्ते में यही अंतर है. ’
हरफनमौला क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग की सुनिये ‘विश्वकप अकेले धौनी के खेलने से हासिल नहीं हुआ, इसमें पूरी टीम का योगदान है.’ अब भला इस हरियाणवी छोरे से कोई यह पूछे कि यह भी कोई कहने व बताने की बात है. यह तो सब जाने हैं.
बांग्लादेश की चर्चित लेखिका तसलीमा नसरीन की खुशी थोड़ी प्राइवेट किस्म की है ट्विट किया ‘अभी-अभी एक उपन्यास खत्म किया है. ऐसा महसूस हो रहा है, जैसा जी-स्पॉट आर्गेज्म हासिल करने पर होता है.’
क्रिकेटर रोहित शर्मा ने कहा ‘मैं टीम इंडिया में वापसी के बारे में नहीं सोच रहा.’ लो कर लो बात आपको लेने की सोच कौन रहा है?
ममता बनर्जी का ताजा बयान ‘देश में कायर और कमजोर नेताओं की बाढ आ गयी है.’ इस बयान का मकसद और मतलब तो दीदी ही जानें पर है यह बात सोलह आना सच. वैसे दीदी बोलती खरी-खरी हैं. चाहे वह अपने पार्टी के नेताओं के खिलाफ हो या फिर केंद्र सरकार के. हालांकि एक मुद्दे पर उनके बोलने का इंतजार पूरे देश की जनता कर रही है. वह मुद्दा है राष्ट्रपति चुनाव. लोग यह जानने को बेताब हैं कि आखिर दीदी की ममता किस पर बरसेगी. एक तरफ प्रणब मुखर्जी खेमा दिनरात एक किये हुए है तो दूसरी तरफ पीए संगमा को दीदी पर पूरा भरोसा है. पर पब्लिक पसोपेस में है. उसे समझ में नहीं आ रहा दीदी क्या करने वाली हैं. उड़ते-उड़ते तो खबर यह भी आ रही है कि राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार मन माफिक तय करवाने में नाकाम रही ममता इस जुगाड़ में हैं कि मुलायम के साथ मिल कर उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार अपनी पसंद का खड़ा करवा सकें.
उधर, प्रणब दा को कांग्रेस की तरफ से राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाये जाने को मजाक बताते हुए भाजपा ने कहा ‘प्रणब को राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बना कर कांग्रेस ने उन्हें कोई इनाम नहीं दिया है बल्कि उनसे मुक्ति पा ली है. प्रणब वित्तीय प्रबंधन के मामले में पार्टी पर बोझ बन गये थे.’
लालू यादव ने भाजपा-जदयू गठबंधन पर चुटकी ली ‘घबराओ मत, मौका मिलेगा, डाइवोर्स होने ही वाला है.’ जदयू भी कहां चुप रहनेवाला था. आगामी चुनाव में राजद की तरफ से 50 प्रतिशत टिकट युवाओं को देने के लालू प्रसाद के बयान पर पलटवार किया ‘पुत्रमोह में युवाओं की बात कर रहे हैं लालू.’
और बिग बी यानि अमिताभ बच्चन की सुनिये ‘हम मिसाइल लांच करने में तो कामयाब हो जाते हैं पर एक बच्ची को बोरवेल से निकालने में नाकामयाब.’ सच्ची बात है मिस्टर बच्चन पर मशीन और इंसान में अंतर तो आपको मालूम ही होगा.
और अंत में मार्क ट्वेन के बोल बच्चन ‘अगर आप भूख से मरते एक कुते को उठा लाइये और उसका पालन-पोषण कीजिये तो वह आपको नहीं काटेगा. आदमी और कुत्ते में यही अंतर है. ’
सार्थक और सामयिक , आभार .
जवाब देंहटाएंबढ़िया बोल.....सत्य वचन....
जवाब देंहटाएंशुक्रिया
अनु