ऐ मां तेरी सूरत से बढकर भगवान की सूरत क्या होगी...
बेसन की सोंधी रोटी पर, खटी चटनी जैसी मां, याद आती है, चौका बासन, चिमटा-फुंकनी जैसी मां, बीवी, बेटी, बहन पडोसन थोडी-थोडी सबमें दिनभर एक रस्सी के उपर चलती नटनी जैसी मां। निदा फाजली साहब की इन पंक्तियों के साथ मदर्स डे पर पेश है यह तस्वीर-
बहुत सुंदर कहा .. मदर्स डे पर दुनियाभर की सभी माओं को बधाई एवं शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंbahut hee sundr .
जवाब देंहटाएंमातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाऐं.
जवाब देंहटाएंसच में माई तो दिन भर फिरकनी की तरह काम करती है और स्नेह बांटती है - सो अलग!
जवाब देंहटाएं